जुदा होने का ख्याल

 जो आपसे दूर चला गया हैं, उसके लिए क्यों आँसू बहाना

जो अतीत का पन्ना हैं, उसके लिए क्यों अपना वर्तमान गवाना,

जो जब वो बेगाना हैं, उसके लिए क्यों खुद को दिन रात रुलाना,

पर अब वो किसी और के संग हैं, अब वो किसी और की दिल की उमंग हैं

आपकी अच्छाई बहुत अच्छी लगती हैं,

आपकी बुराई बहुत बुरी लगती हैं,

आपके सौ झूट के आगे हमें आपकी एक बात सच्ची लगाती हैं.

आप एक बार माफ़ी मांगो,

हम अपने आंसू भुला देते हैं,

दूसरी बार मांगो तो आपके संग चले आते हैं

हमारी खुद की बाते हमें गलत लगाती हैं,

आपकी सौ गलत बातें भी आंखिर हमें अच्छी लगाती हैं,

आपसे बिछड कर जीने के लिए जिंदगी कब तैयार हुई

सिर्फ़ जुदा होने के ख्याल से आँखे नाम हो जाती हैं.



Post a Comment

1 Comments

  1. आपके सौ झूट के आगे हमें आपकी एक बात सच्ची लगती है

    ReplyDelete